अमानवीय घटना से कराह उठी बुद्ध की श्रावस्ती



    (सांकेतिक तस्वीर - जानवरों के साथ पीड़ित प्रदीप)

दलित बच्चों पर पान खाकर थूकने का विरोध किया तो दलित किशोर को जबरन पिला दिया पेशाब....

श्रावस्ती ....(ज्ञानेंद्र)
साहब डर लागत है यही लिए अपने लरिका का घर के अंदर सोवाइत है। 
कैसा डर ? 
अरे यही कि ई लोग फिरसे मरिहैं पिटिहैं हमरे लरिकन का ।
श्रावस्ती जिले में अपने बच्चे के साथ हुई हैवानियत के बाद सहमी एक मां के शब्द इंसानियत में भरोसा रखने वालों को झकझोर सकते हैं। पूरी दुनिया में मानवता का डंका बजाने वाले भगवान बुद्ध की तपोस्थली श्रावस्ती से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक दलित परिवार इस कदर डरा सहमा है जिसकी आहट इस परिवार के हर शख्स के मुंह से साफ सुनी जा सकती है। दरअसल बीती एक जुलाई को गांव के सवर्ण समुदाय से जुड़े लोगों ने रास्ते में जा रहे गांव के दलित किशोर को जबरदस्ती पकड़ लिया फिर शराब की बोतल में पेशाब कर उसे कट्टे की नोक पर जबरदस्ती पिला दिया। पीड़ित का कसूर सिर्फ इतना था क्योंकि उसने गांव के दलित समुदाय के छोटे बच्चों के ऊपर पर पान खाकर थूकने का विरोध किया था। हालांकि घटना के एक हफ्ते बाद जिले के एसपी के हस्तक्षेप से स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हे जेल भेज दिया है लेकिन जेल जाने के बाद आरोपियों की तरफ से पीड़ित को मिल रही धमकी का असर उसके पूरे परिवार पर साफ देखा जा सकता है।

श्रावस्ती जिले के गिलौला थाना क्षेत्र अंतर्गत राप्ती नदी के नजदीक बसे रामपुर त्रिभौना गांव निवासी दलित किशोर प्रदीप पासवान जो सरकारी दस्तावेज में अभी नाबालिग दर्ज है बीते दिनों उसके साथ हुई अमानवीय घटना ने दुनिया भर में मानवतावादी संदेश देने वाले श्रावस्ती को तो कलंकित किया ही है साथ ही सभ्य समाज को भी शर्मसार होने पर मजबूर किया है। पीड़ित प्रदीप की खेती लायक काफी जमीन राप्ती की धारा में विलीन हो चुकी है अब उसका परिवार मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालता है वहीं खुद प्रदीप डीजे ऑपरेटर के तौर पर मजदूरी करता है। प्रदीप का आरोप है कि बीती एक जुलाई को वह बुकिंग का सामान किसी दूसरे गांव पहुंचने गया था और जब वापस आ रहा था तो उसके गांव के दिलीप मिश्रा, सत्यम तिवारी वा किशन तिवारी ने उसे रास्ते में जबरदस्ती रोक लिया जिसके बाद सत्यम वा किशन ने उसे पकड़ लिया और फिर दिलीप मिश्रा शराब की बोतल में पेशाब कर उस पेशाब को उसे जबरदस्ती पिलाने लगा इसका जब प्रदीप ने विरोध किया तो दिलीप मिश्रा ने अपने जेब से अवैध असलहा निकाल कर उसकी कनपटी पर लगा दिया और जान से मार डालने की धमकी देकर उसे जबरन पेशाब पिलाया। वहीं घटना बाद पीड़ित प्रदीप के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। 

घटना के आठ दिन बाद दर्ज हुआ मुकदमा....

इस घटना के बाद पीड़ित प्रदीप के भाई चंद्रप्रकाश ने एक जुलाई को ही गिलौला थाने में तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की जिसके एक सप्ताह बाद चंद्र प्रकाश ने एसपी श्रावस्ती के समक्ष उपस्थित होकर पूरी घटना की जानकारी दी। फिर जिले के पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया के हस्तक्षेप के बाद 9 जुलाई को दिलीप मिश्रा, सत्यम तिवारी और किशन तिवारी के खिलाफ धारा- 115 (2), 351, 352 (एन एस ए) और अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया और उसी दिन इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

मिल रही धमकी से खौफजदा है पीड़ित परिवार...

आरोपियों के जेल जाने के बाद पीड़ित का पूरा परिवार खौफ के साए में जीने को मजबूर है। पीड़ित प्रदीप की माने तो उसके परिवार के लोग रात में डर के मारे बारी बारी से सोते हैं। कैमरे पर भर्राई आवाज में अपने आंसू छुपाती पीड़ित प्रदीप की मां बताती है की मारे डर के वह अपने बेटे को घर के अंदर सुलाती है। उसका कहना है की कोई सामने तो नही कहता लेकिन उसे गांव में सुनाई पड़ रहा है की वह लोग फिर से उसके बच्चों को मारेंगे पीटेंगे। वहीं पीड़ित प्रदीप के भाई चंद्र प्रकाश पासवान का कहना है की गांव में दिलीप मिश्रा उसके पासवान समुदाय के छोटे बच्चों के ऊपर पान गुटखा खाकर थूक देता था जिसका उसके भाई ने विरोध किया था इसी बात पर दिलीप ने उसके भाई को जबरदस्ती शराब की बोतल में अपनी पेशाब पिलाई है। इस घटना के बाद वह लोग धमकी दिए हैं की ये लोग हम सबको मार डालेंगे।
हालंकि पीड़ित प्रदीप का आडियो वायरल होने के बाद श्रावस्ती पुलिस प्रशासन ने आरोपियों को जेल तो भेज दिया है लेकिन अब पीड़ित प्रदीप वा उसके परिवार को डर सता रहा है की जेल से छूट कर आने के बाद आरोपी उसके साथ फिर कोई न कोई घटना करेंगे।

गांव में बेहद कम है दलितों की आबादी ..

पीड़ित प्रदीप पासवान के भाई चंद्र प्रकाश पासवान की माने तो उनके गांव में ब्राह्मण समाज के अधिक परिवार हैं वहीं दलित समुदाय के सिर्फ चार पांच घर हैं।

क्या कहते हैं एसपी श्रावस्ती घनश्याम चौरसिया ?

थाना गिलौला क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक दलित किशोर के साथ अपमानित करने की नियत से तीन लड़कों ने अखाद्य पेय पिला दिया था जिसके आधार पर वीडियो वायरल होने के बाद त्वरित संज्ञान लेते हुए मेरे वा जिलाधिकारी द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत किया गया और तीन घंटे के भीतर उन युवकों की अरेस्टिंग की गई है और उनको नियमानुसार जेल भेजा गया है।

सदन में उठाएंगे मामला ...(विधायक इंद्राणी वर्मा)..

इस घटना की निंदा करते हुए श्रावस्ती जिले की भिनगा विधान सभा से समाजवादी पार्टी विधायक इंद्राणी वर्मा ने कहा की योगी सरकार में दलित पिछड़े वा अल्पसंख्यक बिलकुल भी महफूज नहीं हैं शायद यही कारण है की उनकी पार्टी ने बीते चुनाव में श्रावस्ती लोकसभा से बड़ी जीत दर्ज की है। वह इस मामले को अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष तो रखेंगी ही साथ ही इस अमानवीय घटना का पुरजोर तरह से विरोध करते हुए एक विधायक होने के नाते सदन में भी उठाएंगी।

किसी कीमत पर नहीं बख्से जायेंगे आरोपी ....
(भाजपा विधायक राम फेरन पांडेय)..

वहीं इस मामले पर श्रावस्ती से भाजपा विधायक राम फेरन पांडेय का कहना की भाजपा सरकार में किसी के साथ अन्याय नही होने दिया जाएगा। उनकी सरकार हर कीमत पर पीड़ित के साथ खड़ी है। इस मामले में श्रावस्ती पुलिस ने कार्यवाही की है घटना की जांच की जा रही है जो भी इसमें शामिल होगा उसे छोड़ा नहीं जायेगा।
वहीं बीजेपी के श्रावस्ती जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय कैराती ने बताया की इस घटना का राजनीतीकरण नही होना चाहिए जैसे ही घटना की जानकारी श्रावस्ती पुलिस को हुई पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों के साथ बिना नरमी बरते उन्हे जेल भेजा है। योगी सरकार दलित पिछड़े के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगी और पीड़ित परिवार को हर कीमत पर सुरक्षा मुहैया कराएगी।




एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने